Wednesday 5 August 2020

सुशांत केस में नाम जुड़ने से भड़के डीनो मोरिया


नई दिल्ली:सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या की गुत्थी सुलझने का नाम नहीं ले रही है. आए दिन इस केस में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. अब सुशांत के केस में बॉलीवुड एक्टर डीनो मोरिया का भी नाम सामने आ रहा है. बीते दिनों महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता नारायण राणे ने सुशांत सिंह राजपूत और दिशा सालियान केस में कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने अपने आरोप में एक्टर आदित्य पंचोली के बेटे सूरज पंचोली और एक्टर डीनो मोरिया का भी नाम लिया था. इस बात पर एक्टर ने जवाब देते हुए कहा, 'मेरे घर पर ऐसी कोई पार्टी नहीं हुई थी, प्लीज इस तरह के आरोप लगाने से पहले अपना फैक्ट चेक करें. मेरा नाम इसमें घसीटने की कोशिश न करें क्योंकि जो भी हुआ इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है.'नारायण राणे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि एक्टर आदित्य पंचोली के बेटे सूरज पंचोली के घर पर पार्टी थी और सुशांत सिंह राजपूत के घर से कुछ दूर पर डीनो मोरिया का घर है. डीनो मोरिया के घर पर बहुत सारे मंत्रियों का आना-जाना लगा रहता है. 13 जून को उनके घर भी पार्टी थी, जिसके बाद सभी लोग डीनो मोरिया के घर से निकलकर सीधे सुशांत के घर गए थे. 



बेरूत धमाका: 78 की जान गई

लेबनान की राजधानी बेरूत में एक बड़ा विस्फोट हुआ जिसमें बंदरगाह का एक बड़ा हिस्सा और कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं. इसमें कम से कम 78 व्यक्तियों की मौत हो गई और 4,000 से अधिक लोग घायल हो गए. लेबनान के प्रधानमंत्री हसन दिआब ने कहा कि जिम्मेदार लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा.अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट के कई घंटे बाद भी एंबुलेंस घायलों को अस्पताल पहुंचा रही हैं. वहीं सेना के हेलीकॉप्टर पोर्ट पर लगी आग को बुझाने में मदद कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि कई घायलों की स्थिति बेहद नाजुक है, ऐसे में मृतकों की संख्या काफी बढ़ सकती है.लेबनान के राष्ट्रपति ने कहा कि ये धमाका 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट की वजह से हुआ, जो बंदरगाह पर 6 सालों से बिना किसी सुरक्षा के रखा हुआ था. नहीं, लेबनान के प्रधानमंत्री हसन दिआब ने कहा कि जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.

Monday 3 August 2020

4 मैच जब टीम इंडिया ने किया हर किसी को हैरान

नई दिल्ली: वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट को लेकर दर्शकों में जबरदस्त एक्साइटमेंट देखने को मिलती है. वैसे तो क्रिकेट के इस प्रारूप में अब तक दुनिया में कई महारथियों ने झंडे गाड़े है और कई टीमों ने इस प्रारूप में अपने नाम ऐतिहासिक जीत दर्ज की हैं. लेकिन अगर किसी एक टीम की बात की जाए तो वनडे में भारतीय क्रिकेट टीम का कहीं मुकाबला नहीं है. कई बार टीम इंडिया ने सिर्फ 1 रन से वनडे में जीत हासिल की है. इसीलिए आज की इस स्टोरी में हम आपको उन्हीं 4 मौकों के बारे में बताने वाले हैं जहां भारत ने महज 1 रन से वनडे क्रिकेट में जीत छीनी थी भारत vs न्यूजीलैंड1990 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंग्टन में रॉथमैंस कप त्रिकोणीय सीरीज के चौथे मैच में भारतीय क्रिकेट टीम ने पहली बार वनडे मैचों में 1 रन से जीत हासिल की थी. 49 ओवर के इस मैच में भारत ने 221 रन बनाये थे, जिसके जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 220 रन बनाकर सिमट गई थी. इस मैच में कपिल देव (Kapil Dev) ने 46 रन बनाए थे और 2 विकेट भी चटकाए थे जिसके लिए उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' का खिताब भी दिया गया था

TikTok के CEO को क्यों बोला जा रहा है ‘गद्दार’? जानिए चीनी देशभक्तों का दर्द

नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से चीनी देशभक्त TikTok कंपनी के सीईओ पर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं. चीनी देशभक्तों ने इंटरनेट के तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर TikTok सीईओ झांग यिमिंग (Zhang Yiming) को खरी खोटी सुना रहे हैं. उन्हें गुस्से में गद्दार तक बोला जा रहा है.क्यों निशाने पर है TikTok के सीईओजानकारों का कहना है कि चीनी कंपनी बाइटडांस (ByteDance) की ऐप टिकटॉक को माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) खरीद सकती है. इन खबरों के बीच चीनी देशभक्तों ने सीईओ झांग यिमिंग को अपना निशाना बनाया है. चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो (Wiebo) में चीनी देशभक्तों का गुस्सा चरम पर है. इस प्लेटफॉर्म पर टिकटॉक सीईओ द्वारा अमेरिका में बिजनेस माइक्रोसॉफ्ट को बेचने के कदम का कड़ा विरोध हो रहा है. टिकटॉक सीईओ को गद्दार भी कहा जा रहा है.

अयोध्या आगमन से लेकर विदाई तक

अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की शुभ घड़ी आ गई है. कल राम मंदिर का शिलान्यास समारोह होगा. भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी प्रधानमंत्री राम मंदिर की नींव रखेंगे. इसी बीच, अयोध्या में एसपीजी ने सुरक्षा संभाल ली है. अयोध्या की सीमा सील कर दी गई है. 5 अगस्त तक बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. स्थानीय निवासियों को पहचान पत्र रखना अनिवार्य है. अयोध्या में आज राम मंदिर के भूमिपूजन से हनुमानगढ़ी में निशान पूजन किया गया. निशान पूजन के जरिये हनुमान जी से मंदिर निर्माण की अनुमति ली गई. राम मंदिर निर्माण में निशान हनुमानगढ़ी का निशान पूजन का महत्व है. राम जन्मभूमि परिसर में राम अर्चना हो रही है.10:30 बजे के नहीं मिलेगा प्रवेश श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान कल कोविड-19 के प्रोटोकॉल के साथ ही प्रधानमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त रहेगी. सभी निमंत्रण प्राप्त लोगों को सुबह 10:30 बजे तक आना अनिवार्य है. इसके बाद प्रवेश नहीं मिलेगा. सभी अतिथियों को प्रधानमंत्री के आगमन के दो घंटे पहले तक पहुंचना होगा. उन्होंने कहा कि जिन लोगों को आमंत्रित किया गया है उनको कार्ड मिल जाएगा. इस कार्ड के आधार पर कोई दूसरा व्यक्ति उनकी जगह नहीं आ सकता है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कोई वाहन पास जारी नहीं किया गया है. वाहनों को कार्यक्रम स्थल से दूर ही रखा जाएगा.

Saturday 1 August 2020

ज्योतिरादित्य सिंधिया के राज्यसभा निर्वाचन को कांग्रेस ने हाईकोर्ट में दी चुनौती

भोपाल: मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सत्ता को ध्वस्त करके भाजपा का कमल खिलाने में अहम योगदान देने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अब भाजपा का दामन थाम लिया है. भाजपा ने सिंधिया को राज्यसभा भेज दिया है. कांग्रेस ज्योतिरादित्य के खिलाफ कोई भी ऐसा तथ्य और मुद्दा छोड़ना नहीं चाहती जिससे सिंधिया सहज न हों. सत्ता जाने का दुख मध्यप्रदेश कांग्रेस के नेताओं में अब तक बरकरार है.आपको बता दें कि कांग्रेस नेता गोविंद सिंह ने सिंधिया के राज्यसभा निर्वाचन को हाई कोर्ट में चुनौती दी है. अपनी याचिका में गोविंद सिंह ने आरोप लगाया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्यसभा उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल करते समय एफिडेविट में कुछ तथ्य छिपाए थे.उल्लेखनीय है कि साल 2018 में भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस बात को सार्वजनिक रूप से स्वीकारा भी था, अब वह कांग्रेस में नहीं हैं और भाजपा से राज्यसभा के सांसद चुने गए हैं. कांग्रेस नेता गोविंद सिंह ने सिंधिया के निर्वाचन को रद्द करने की मांग की है

उमर अकमल का बैन आधा करने पर दानिश कनेरिया का रिएक्शन

नई दिल्ली: स्पॉट फिक्सिंग मामले में अपना आजीवन प्रतिबंध हटवाने की कोशिशों में जुटे पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर दानेश कनेरिया (Danish Kaneria) ने उमर अकमल (Umar Akmal) का निलंबन आधा करने के पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के फैसले को उसके दोहरे मानदंडों का सबूत बताया. अकमल पर सटोरियों के संपर्क की जानकारी नहीं देने के कारण निलंबन लगाया गया था. कनेरिया की तरह स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए गए मोहम्मद आमिर, मोहम्मद आसिफ और सलमान बट को वापसी का मौका मिल गया. आमिर तो पाकिस्तानी टीम के नियमित सदस्य हैं.कनेरिया ने पीटीआई से कहा, ‘आप इसे भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टालरेंस नीति कहते हैं. उमर दोषी साबित हुआ था लेकिन उसका प्रतिबंध आधा कर दिया गया. आमिर, आसिफ , सलमान को भी वापसी का मौका मिला, मुझे क्यो नहीं.’ उन्होंने कहा, ‘मेरे मामले में ऐसी उदारता क्यो नहीं दिखाई गई. वे कहते हैं कि मैं अपने मजहब (हिंदू) की बात करता हूं लेकिन जब पक्षपात सामने दिखता है तो मैं कहा कहूं.’उन्होंने कहा, ‘उमर अपने कैरियर में ज्यादातर समय विवादों से घिरा रहा है. उसके लिए हमदर्दी है तो मेरे लिये क्यो नहीं. क्या उसने ऐसा करने के लिए किसी को रिश्वत दी थी.’ कनेरिया ने कहा, ‘वो कहते हैं कि मैं धर्म का कार्ड खेलता हूं. आप मुझे बताइए कि मेरे बाद कौन सा हिंदू क्रिकेटर पाकिस्तान के लिए खेला है. उन्हें इतने साल में एक भी हिंदू खिलाड़ी खेलने लायक नहीं लगा. ये यकीन करना मुश्किल है.’

जब चीनियों ने घेरा बीजिंग का भारतीय दूतावास: विवेचना

बीजिंग में तैनात 1962 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अफ़सर कृष्णन रघुनाथ के लिए 4 जून, 1967 का दिन एक सामान्य दिन की तरह शुरू हुआ. दोपहर एक बजे वो हाल में भारत से आए अपने साथी पी विजय के साथ अपनी कार में बैठे और 'स्लीपिंग बुद्धा' का मंदिर देखने वेस्टर्न हिल्स की तरफ़ निकल पड़े.रास्ते में उन्हें एक पुराने मंदिर के खंडहर दिखाई पड़े. उन्होंने अपनी कार रोकी और उस मंदिर की तस्वीरें लेने लगें. अभी वो कुछ और तस्वीरें लेने के लिए अपने कैमरे के लेंस में देख ही रहे थे कि उन्हें महसूस हुआ कि किसी ने उनके कंधे को थपथपाया है.सादे कपड़ों में एक शख़्स ने उनसे पूछा कि 'आप एक संवेदनशील सैनिक इलाके में क्यों तस्वीरें खींच रहे हैं जहाँ तस्वीरें लेना मना है?' इससे पहले कि रघुनाथ समझ पाते कि माजरा क्या है उन्हें चीनी सेना के सैनिकों ने घेर लिया. परेशान रघुनाथ ने उन्हें लाख समझाने की कोशिश की कि उनका इरादा जासूसी के लिए तस्वीरें खींचने का नहीं था, वो तो सिर्फ़ मंदिर के अवशेषों की तस्वीरें ले रहे थे, लेकिन चीनियों पर उसका कोई असर नहीं पड़ा.शाम तक ये ख़बर हर जगह फैल गई कि चीन ने भारत के दोराजनयिकों को जासूसी के अपराध में गिरफ़्तार कर लिया है. जेरोम एलन ओर हुंगदाह चियु अपनी किताब 'पीपुल्स चाइना एंड इंटरनेशनल लॉ' में लिखते हैं, 'चीनी सरकार ने रघुनाथ का कूटनीतिक दर्जा तुरंत समाप्त कर दिया और विजय को अपना पद सँभालने से पहले ही 'परसोना नॉन ग्राटा' यानि अवाँक्षित व्यक्ति घोषित कर दिया.'

रुपर्ट मर्डोक के बेटे जेम्स मर्डोक का न्यूज़ कॉर्प से इस्तीफ़ा

मीडिया मुगल रुपर्ट मर्डोक के छोटे बेटे जेम्स मर्डोक ने मीडिया कंपनी न्यूज़ कॉरपोरेशन से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने 'संपादकीय नीति पर असहमति' जताते हुए इस्तीफा दिया है.उन्होंने कंपनी की ओर से लिए गए कुछ 'रणनीतिक निर्णयों' पर ऐतराज जताया है हालांकि विस्तार से असहमति के बिंदुओं का उल्लेख नहीं किया गया है.इससे पहले भी जेम्स मर्डोक ने न्यूज़ कॉर्प की जलवायु परिवर्तन को लेकर किए गए कवरेज पर आलोचना की थी. अमरीका का मशहूर अखबार वाल स्ट्रीट जर्नल इसी कंपनी का है.के उत्तरी अमरीकी संवाददाता डेविड विलीस बताते हैं कि हाल के कुछ सालों में जेम्स मर्डोक ने राजनीतिक मुद्दों पर अपने पिता से अलग राय रखी है.एक तरफ जहाँ उनके पिता रुपर्ट मर्डोक ने डोनाल्ड ट्रंप का साथ देने का वादा किया है तो वहीं कई रिपोर्टों के मुताबिक़ जेम्स मर्डोक ट्रंप के प्रतिद्वंदी जो बाइडन के चुनाव अभियान में हज़ारों डॉलर की मदद दे चुके हैं.हमारे संवाददाताओं का कहना है कि जेम्स मर्डोक के न्यूज़ कॉर्प छोड़ देने से उनके भाई लैकलेन मर्डोक का कंपनी में प्रभाव बढ़ जाएगा. वो आम तौर पर अपने पिता के रूढ़िवादी विचारों के समर्थक बताए जाते हैं.रुपर्ट मर्डोक और लैकलेन मर्डोक ने जेम्स को एक संयुक्त बयान में शुभकामनाएं दी है.बयान में कहा गया है, "कई सालों तक कंपनी को सेवा देने के लिए हम जेम्स के शुक्रगुजार है. हम उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएँ देते हैं."न्यूज़ कॉर्प ब्रिटेन में द टाइम्स, द सन, और द संडे टाइम्स जैसे अखबार निकालती है. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में भी द ऑस्ट्रेलियन, द डेली टेलीग्राफ और द हेराल्ड सन जैसे कंपनी के कई अखबार हैं.

चीनी आक्रामकता के खिलाफ अमेरिकी सांसदों का भारत को खुला समर्थन



वाशिंगटन: लद्दाख (Ladakh) में चीन (China) द्वारा हाल में दिखाई गई सैन्य आक्रामकता के खिलाफ भारत को अमेरिकी कांग्रेस के द्विदलीय सदस्यों का जबरदस्त समर्थन मिला है. भारत और चीन की सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के कई इलाकों में 5 मई के बाद से गतिरोध चल रहा है. हालात तब बिगड़ गए जब 15 जून को गलवान घाटी में झड़पों में भारतीय सेना के 20 कर्मी शहीद हो गए और चीन के भी कई सैनिक मारे गए.पिछले कुछ हफ्तों में प्रतिनिधि सभा और सीनेट दोनों के कई सांसदों ने भारतीय क्षेत्रों को हथियाने की चीन की कोशिशों के खिलाफ भारत के सख्त रुख की तारीफ की है.डेमोक्रेटिक पार्टी के वरिष्ठ सांसदों में से एक फ्रैंक पैलोन ने प्रतिनिधि सभा में भारत के लद्दाख क्षेत्र में चीन की आक्रामकता की निंदा करते हुए कहा, ‘मैं चीन से अपनी सैन्य आक्रामकता खत्म करने की अपील करता हूं. ये संघर्ष शांतिपूर्ण माध्यमों से ही हल होना चाहिएभारत-अमेरिका संबंधों का मजबूती से समर्थन करने वाले पैलोन 1988 से अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य हैं. ऐसे समय में जब वाशिंगटन डीसी में राजनीतिक विभाजन बढ़ गया है तब दोनों पार्टियों के प्रभावशाली सांसद चीन के खिलाफ भारत के रुख का समर्थन कर रहे.’

भोपाल में आज 168 केस मिले

भोपाल में शनिवार को 168 नए केस मिले हैं। ये लगातार दूसरा दिन है, जब कोरोना पॉजिटिव मामले 200 से कम आए हैं। राजधानी में 24 जुलाई को रात 8 बजे यानि 25 जुलाई को सुबह से लॉकडाउन लगा था, इन आठ दिनों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है। इस दौरान 1595 नए केस मिले हैं। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या 6697 पर पहुंच गई है।वहीं राजधानी में 24 घंटे में कोरोना संक्रमण से 10 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। अब यहां मरने वालों की संख्या 176 हो गई है। बीते एक हफ्ते से हर रोज भोपाल के अस्पतालों में 3-4 मरीजों की मौत हो रही है। जबकि शुक्रवार को 7 लोगों की मौत हुई है, जो बीते 15 दिन में सबसे ज्यादा संख्या है।इधर, भोपाल के कोविड अस्पतालों के कुल 1887 में से 1182 बेड फुल हो चुके हैं। इसमें शहर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल हमीदिया में एक भी बेड खाली नहीं है। शुक्रवार को यहां पहुंचे 23 मरीजों को ईदगाह हिल्स स्थित टीबी अस्पताल में बने नए कोविड वार्ड में भर्ती करना पड़ा। हमीदिया ही नहीं, शहर के दूसरे कोविड अस्पतालों में भी खाली बेड कम ही बचे हैं। शहर के चार कोविड अस्पतालों एम्स, हमीदिया, चिरायु और बंसल में कुल बेड की संख्या 1887 है, जबकि यहां पर 1185 मरीज भर्ती हैं। अब कुल 702 बेड ही खाली बचे हैं।

छत्तीसगढ़ : अनलॉक-3 का पहला दिन:कोरोना ने रोके रास्ते

कोरोना काल ने छत्तीसगढ़ में पर्व की सार्वजनिक खुशियों पर ब्रेक लगा दिया है। मुस्लिम समुदाय शनिवार को ईद-उल-अजहा (बकरीद) का त्यौहार तो मना रहा है, लेकिन इस बार नमाज घर में हो रही है। संक्रमण को देखते हुए सरकार ने मस्जिदों में नमाज अता करने पर रोक लगा दी है। वहीं कुर्बानी के लिए भी कोई छूट नहीं दी गई है।दूसरी ओर किराना दुकानें खोलने के लिए मिली चार दिन की छूट भी सुबह 10 बजे खत्म हो गई। अब दुकानें 6 अगस्त यानी लॉकडाउन के बाद ही खुलेंगी। इस दौरान केवल फल-सब्जी, नॉनवेज, दूध, दवाई की दुकानें और पेट्रोल पंप व गैस एजेंसी ही खुलेंगे। वहीं बढ़ते संक्रमण को देखते हुए दवा की थोक दुकानें भी 3 अगस्त तक बंद कर दी गई हैं।प्रशासन ने राशन दुकानों को भी 6 अगस्त तक बंद रखने का आदेश दिया है। बावजूद इसके दुकानदार राशन देने की ऑनलाइन इंट्री कर रहे हैं। अवकाश के दिनों में राशन का आवंटन कैसे किया जा रहा है, इसे लेकर प्रशासन भी सख्त हो गया है। खाद्य विभाग के अफसरों ने बताया कि ऐसे दुकानदारों पर कार्रवाई तय है।

बीजेपी नेता रवि तिवारी ने सनातन धर्म और वैदिक शिक्षा का महत्व समझाया

 बीजेपी के युवा एवं उभरते हुए नेता रवि तिवारी  ने आज सनातन धर्म की पृष्ठभूमि पर आधारिक वैदिक शिक्षानीति को पुनः लागू करने की सम्भावनाओ एवं आ...