Friday 31 July 2020

मायावती ने अयोध्‍या भूमि पूजन में दलित महामंडलेश्‍वर को आमंत्रित करने का किया समर्थन,

अयोध्या राम जन्म भूमि पूजन में बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने दलित महामंडलेश्वर स्वामी कन्हैया प्रभुनंदन गिरि को अयोध्या में पांच जुलाई को राम मंदिर के भूमि पूजन में आमंत्रित करने का समर्थन किया है. बीएसपी प्रमुख ने कहा कि इससे जातिविहीन समाज बनाने की संवैधानिक मंशा पर कुछ असर पड़ता. मायावती ने ट्वीट किया, ''दलित महामंडलेश्वर स्वामी कन्हैया प्रभुनन्दन गिरि की शिकायत के मद्देनजर यदि अयोध्या में पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन समारोह में अन्य 200 साधु-सन्तों के साथ इनको भी बुला लिया गया होता तो यह बेहतर होता उन्होंने कहा, ''इससे देश में जातिविहीन समाज बनाने की संवैधानिक मंशा पर कुछ असर पड़ सकता था.'' बसपा सुप्रीमो ने कहा, ''वैसे जातिवादी उपेक्षा, तिरस्कार व अन्याय से पीड़ित दलित समाज को इन चक्करों में पड़ने के बजाए अपने उद्धार हेतु श्रम एवं कर्म में ही ज्यादा ध्यान देना चाहिए व इस मामले में भी अपने मसीहा परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के बताए रास्ते पर चलना चाहिए, यही बीएसपी की इनको सलाह है.'गौरतलब है कि पांच अगस्तय को आयोजित होने वाले राम जन्मसभूमि मंदिर के कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्याब पहुंच सकते हैं. इसके अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्णे आडवाणी, मुरली

Friday 24 July 2020

राजस्थान केस: हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार


नई दिल्ली: आदेश के खिलाफ की याचिका पर गुरुवार को सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है. कांग्रेस के बागी विधायकों पर राजस्थान हाईकोर्ट में कल सुनवाई होनी है. हाईकोर्ट ने 24 जुलाई तक विधायकों के खिलाफ कार्रवाई पर रोक लगाई है.राजस्थान हाईकोर्ट कल अपना फैसला सुनाएगा. हाईकोर्ट के फैसले पर रोक नहीं है लेकिन हाईकोर्ट का फैसला अंतिम नहीं है. हाईकोर्ट फैसले को सुप्रीम कोर्ट का फैसला प्रभावित कर सकता है. सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को मामले की सुनवाई होगी.सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट की कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि असंतोष दबाने से लोकतंत्र खत्म हो जाएगा. चुने गए विधायकों को असहमति का अधिकार है. सतोष की आवाज को दबाया नहीं जा सकता. फिर तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा. आखिरकार वे विधायक लोगों द्वारा चुने गए हैं. क्या वे अपनी असहमति व्यक्त नहीं कर सकते? लकिन फिर उन्हें समझाना पड़ेगा. यह स्पीकर ही तय करेंगे, कोई कोर्ट नहीं. यह सिर्फ एक दिन की बात है. आप इंतजार क्यों नहीं कर सकते

Wednesday 1 July 2020

भारत के खिलाफ चीन और पाकिस्तान हुए एक,पाकिस्तान ने 20 हज़ार जवानों की तैनाती


भारत और चीन के बीच जारी तनातनी के बीच पाकिस्तान ने गिलगित-बाल्टिस्तान में LOC के पास अपनी सेना के 20 हजार जवानों को तैनात कर दिया है| आशंका जताई जा रही है कि पाकिस्तान ने ऐसा चीन के इशारे पर किया है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, भारत के खिलाफ चीन और पाकिस्तान टू फ्रंट वॉर की साजिश रच रहे हैं| गौरतलब  है कि चीन भी लगातार पू्र्वी लद्दाख में अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा रहा है| पहले चीन ने यहां से अपने सैनिकों को वापस लेने की बात कही थी, लेकिन 15 जून को उसने धोखा दे दिया था| पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून की रात को चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में एक कर्नल समेत भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे|  इसमें 40 से ज्यादा चीनी सैनिक भी हताहत हुए थे| सीमा पर गतिरोध खत्म करने के लिए कल भारत और चीन के बीच भारतीय सरज़मीन पर लगभग 12 घंटे की बैठक चली| हालांकि, अभी इसे बैठक के नतीजे सामने नहीं आए हैं इससे पहले भी सीमा विवाद को निपटाने के लिए दो बार भारत और चीन के बीच बैठकें हो चुकी हैं और अब पाकिस्तान  ने सीमा पर अपने जवानो की तैनाती करके मुद्दे को और बड़ा दिया है |

कब और कैसे हुई नेशनल डॉक्टर्स डे की शुरुआत


प्रत्येक साल 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है. डॉक्टरों को उनकी समर्पित सेवा के लिए धन्यवाद देने के लिए मनाया जाता है. इस साल यानि 2020 नेशनल डॉक्टर्स डे की थीम कोरोनावायरस से संबंधित ही रखी गई है. पहला नेशनल डॉक्टर्स डे जुलाई 1991 में मनाया गया था. यह दिन चौबीसों घंटे सेवा प्रदान करने के लिए डॉक्टरों के प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है. नेशनल डॉक्टर्स डे का महत्व इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज इस महामारी में अपनी जान की परवाह किए बगैर डॉक्टर्स लोगों को नया जीवन दे रहे हैं.भारत में, यह दिन जन्म के साथ-साथ डॉ. बिधान चंद्र रॉय की पुण्यतिथि के रूप में भी मनाया जाता है, जो भारत के सबसे प्रसिद्ध चिकित्सकों में से एक थे. राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2020 चल रहे कोरोनोवायरस महामारी के लिए अपनी निरंतर सेवा के लिए सभी डॉक्टरों और चिकित्सा पेशेवरों को धन्यवाद देने की कोशिश करता है भारत में, इस दिन का आयोजन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा किया जाता है. आईएमए के अनुसार, 2020 का डॉक्टर डे विशेष महत्व है. आईएमए और स्थानीय शाखा के प्रत्येक सदस्य स्थानीय क्षेत्र में नेतृत्व करते हैं और वर्तमान स्थिति (कोविड -19 महामारी) में बदलाव लाते हैं. 2020 का डॉक्टर दिवस उन असंख्य डॉक्टरों को समर्पित है जो प्राथमिक और माध्यमिक देखभाल सेटअप के साथ-साथ समर्पित कोविड -19 केयर सेंटर में इस महामारी के दौरान सेवा कर रहे हैं. यह एक समय है कि हर एक प्रयास मायने रखता है.

बीजेपी नेता रवि तिवारी ने सनातन धर्म और वैदिक शिक्षा का महत्व समझाया

 बीजेपी के युवा एवं उभरते हुए नेता रवि तिवारी  ने आज सनातन धर्म की पृष्ठभूमि पर आधारिक वैदिक शिक्षानीति को पुनः लागू करने की सम्भावनाओ एवं आ...