नई दिल्ली: सुशांत सिंह राजपूत के निधन पर उनके करीबी लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट लिख कई खुलासे कर रहे हैं. अब उनकी क्लोज फ्रेंड रोहिणी अय्यर ने भी एक पोस्ट लिखा है, जो सोशल मीडिया पर खूब पढ़ा जा रहा है. उन्होंने अपने पोस्ट में ये बातें बताई हैं कि सुशांत सिंह राजपूत को किसी कैंप में रहना पसंद नहीं था. उसने उनकी पार्टियां और लॉबी को ठुकरा दिया. उसके पास अपना साम्राज्य था. उन्होंने अपनी पोस्ट में ये भी बताया कि सुशांत सिंह राजपूत 100 करोड़ के क्लब से कोई मतलब नहीं था. उसे अवॉर्ड्स में भी कोई दिलचस्पी नहीं थी. सुशांत सिंह राजपूत को लेकर उनकी दोस्त रोहिणी अय्यर ने अपने पोस्ट में लिखा: "ये अब कहना पड़ेगा कि मेरा बेस्टफ्रेंड अब नहीं है. इस बात को स्वीकार करना काफी मुश्किल है. सोशल मीडिया खोलने पर मुझे काल्पनिक कहानी बनाने वाले और बेचने वाले नजर आ रहे हैं. विक्रेता जो अपने काम को प्रमोट करने वाले एजेंडा पर नजर आ रहे हैं. सबसे पहले तो उसे फर्क नहीं पड़ता था फेम और आपके ओपिनियन से. उसे फर्क नहीं पड़ता था उन लोगों से जो उसके लिए पोस्ट कर रहे हैं कि तुम्हारे टच में होना चाहिए था. वो फेक दोस्तों, फोन कॉल्स और छोटी बातों से नफरत करता था."रोहिणी अय्यर ने आगे लिखा: "उसने तुम्हारी पार्टियों को नकारा था ना कि तुमने उसे अस्वीकार किया. उसने गुटबाजी से किनारा किया था. उसे किसी कैंप की जरूरत नहीं थी. उसके पास अपना साम्राज्य था. वो एक असली फाइटर था. उसने कड़ी मेहनत कर अपने लिए जगह बनाई थी. वो एक आउटसाइडर था और उसने एक इनसाइडर होने की कभी परवाह नहीं की थी. ऐसा इसलिए क्योंकि फिल्मों के बाहर उसकी दुनिया थी. फिल्म इंडस्ट्री उसकी जिंदगी का छोटा हिस्सा था. इसके बाहर उसकी कई दुनिया थी."उन्होंने लिखा: "उसने कामयाबी को हमेशा किनारे ही रखा. वो कभी असफल नहीं हुआ. उसके साथ काम कर रहे दूसरे कलाकारों की अपेक्षा उसने ज्यादा हिट दी थीं. उसने कभी 100 करोड़ क्लब की परवाह नहीं की. वो न तो किसी क्लब का हिस्सा बनना चाहता था और न इस रेस में दौड़ना चाहता था. उसे अवॉर्ड्स में कोई दिलचस्पी नहीं थी. एक बार एक अवॉर्ड फंक्शन से वो सिर्फ इसलिए बाहर चला आया था क्योंकि वो वहां बोर हो रहा था. वह भी उससे ठीक पहले जब उसके लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के अवॉर्ड की घोषणा की गई थी.उसकी कामयाबियों को गिनना मुश्किल है. वो तो बस अपने आप में एक क्वांटम फिजिक्स था. वह एक क्रेजी जीनियस था. वह कविता लिखता था, गिटार बजाता था. वह दोनों हाथों से लिखता था. अगर आप उसके बारे में बातें करना चाहते वो तो उनके जीवन को सेलिब्रेट करो."
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