Thursday 23 January 2020

फोरम ऑफ बेहवियरल सेफ्टी ने दिल्ली में चौथे वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया।

फोरम ऑफ बिहेवियरल सेफ्टी (BESAFE), मुंबई द्वारा स्कोप परिसर, नई दिल्ली में उद्योग के लिए "सतत व्यवहार आधारित सुरक्षा (बी बी एस) में अंतर निर्भर सुरक्षा संस्कृति" पर चौथे वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। बी बी एस को व्यवहार विज्ञान के तहत दुनिया भर में व्यापक रूप से स्वीकार किया गया है क्योंकि इन्होंने सुरक्षा के नज़रिए से एक ऐसी सांस्कृतिक संरचना की है जिसका लक्ष्य किसी भी प्रकार की घटनाओं पर रोक लगाना है। बी बी एस को बिलाग, गेल, एचपीसीएल, आईओसीएल, एलएंडटी, एएफसीओएनएस, वेदांत, टाटा प्रोजेक्ट्स, , प्रिवी, एचसीसी, डीसीएम श्रीराम, डोरो केटल, सेम्बकोर्प, गैलेक्सी सर्फ़ेक्टेंट्स, सेल, जिंदल, यूफ़्लेक्स जैसे प्रतिष्ठित संगठनों में सफलतापूर्वक लागू किया गया है। यह व्यवहार आधारित सुरक्षा (बीबीएस) सम्मेलन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अभ्यास और कॉर्पोरेट्स के साथ बातचीत के साथ अपनी कंपनी की सुरक्षा संस्कृति को समझाने के लिए एक बेंचमार्क की तरह स्थापित करने के लिए उम्दा अवसर साबित हुआ। इस कॉन्फ्रेंस में आईएसओ 45001 मानकों के अनुसार, लगभग 200 उद्योग प्रतिनिधि सुरक्षा के व्यवहार संबंधी पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भाग लिया। सुरक्षा के व्यवहार संबंधी पहलुओं पर विचार न करने वाले संगठन केवल आकस्मिक रूप से सुरक्षित हैं, क्योंकि असुरक्षित व्यवहार दुनिया भर में सभी दुर्घटनाओं का मूल कारण है। यह राष्ट्रीय सम्मेलन भारतीय उद्योग को जीवन और व्यापार दोनों को बचाने के लिए शून्य हानि मानदंड प्राप्त करने में सक्षम करेगा। इस सम्मेलन में, बीबीएस को लागू करने वाले भारत भर से आए 109 से अधिक भारतीय कंपनियों ने शून्य हैम मिशन की ओर प्राप्त परिणामों को साझा किया। इस अवसर पर डॉक्टर एच एल काइला, डायरेक्टर, फोरम ऑफ बेहवियरल सेफ्टी सहित गेल से एस पी गर्ग, टाटा प्रोजेक्ट्स से किश्वर जावेद सहित इस उद्योग से जुड़े चुनिंदा लोगों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।


No comments:

Post a Comment

बीजेपी नेता रवि तिवारी ने सनातन धर्म और वैदिक शिक्षा का महत्व समझाया

 बीजेपी के युवा एवं उभरते हुए नेता रवि तिवारी  ने आज सनातन धर्म की पृष्ठभूमि पर आधारिक वैदिक शिक्षानीति को पुनः लागू करने की सम्भावनाओ एवं आ...