Thursday, 18 April 2019

डायब‍िटीज से जुड़े 8 झूठ, जि‍न्हें सच मानते आए हैं

डायब‍िटीज आज एक आम बीमारी बन गई है. अगर आप डायब‍िटीक  हैं, तो आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना की जरूरत है. ऐसे में आपको बहुत सी सलाह भी मि‍लती होंगी जैसे शुगर से बचें बहुत ज्यादा आलू न खाएं, वजन कम करें, चीनी की जगह अन्य चीजों का इस्तेमाल करें या ऐसी ही और सलाहें हर डायबि‍टीक को सुनने को मि‍लती होंगी. तो अब सोचने वाली बता यह होती है क‍ि कौन सी सलाह मानी जाए और कौन सी नहीं... यह समझना वाकई मुश्‍क‍िल है क‍ि डायब‍िटीज से जुड़ी सलाहों में कौन सी सच होती हैं और कौन सी म‍हज म‍िथ जो एक सलाह हर कोई देता है वह यह क‍ि आपको चीनी नहीं खानी चाहिए. हालांकि, सच्चाई यह है कि मधुमेह या डायब‍िटीज में ऐसा आहार खाना चाह‍िए जो संतुलित हो. इसमें नि‍यंत्रि‍त रूप से चीनी भी शामिल हो सकती है. असल में, मधुमेह  में परिष्कृत चीनी जैसे गुड़, पाल्म शुगर, नारियल चीनी, कच्चा शहद वगैरह हेल्दी ऑप्शन हैं. याद रखें, संयम कुंजी है.मधुमेह के विकास के लिए एक जोखिम कारक है, लेकिन स‍िर्फ यही नहीं है. इसके पीछे दूसरे कारण भी हैं. मधुमेह  एक जीवनशैली या लाइफस्टाइल से होने वाली बीमारी है. हाल के दिनों में, तनाव, आसन्न जीवन शैली, खराब खाने की आदतों जैसे सामाजिक और मनोवैज्ञानिक कारक, और दूसरे मधुमेह विकसित करने का जोखिम  बढ़ाते हैं. असल में, सामान्य वजन वाले लोगों में भी मधुमेह हो सकता है.

No comments:

Post a Comment

बीजेपी नेता रवि तिवारी ने सनातन धर्म और वैदिक शिक्षा का महत्व समझाया

 बीजेपी के युवा एवं उभरते हुए नेता रवि तिवारी  ने आज सनातन धर्म की पृष्ठभूमि पर आधारिक वैदिक शिक्षानीति को पुनः लागू करने की सम्भावनाओ एवं आ...